प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानून को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या अब किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा या जारी रहेगा? किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख किसान नेता डॉ. दर्शनपाल ने मीडिया में बातचीत में कहा कि अभी किसान आंदोलन को खत्म ना समझा जाए. एमएसपी पर कानून और बिजली संशोधन विधेयक जैसी प्रमुख मांगें अभी बाकी हैं, इसलिए किसान आंदोलन जैसा चल रहा है, फिलहाल वैसा ही चलता रहेगा.
डॉ. दर्शनपाल ने विशेष बातचीत में कहा कि केवल कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा कर दिए जाने के वादे से किसान आंदोलन वापस नहीं होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों का आंदोलन ना केवल तीन काले कानूनों को निरस्त करने के लिए है, बल्कि सभी कृषि उत्पादों और सभी किसानों के लिए लाभकारी मूल्य की वैधानिक गारंटी के लिए भी है. यानि एमएसपी (MSP) पर कानून जैसी किसानों की अहम मांग अभी बाकी है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसी तरह बिजली संशोधन विधेयक को भी वापस लिया जाना अभी बाकी है.
उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की कल एक अहम बैठक होगी, जिसमें प्रधानमंत्री की घोषणा और इन सभी घटनाक्रमों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और आगे के रणनीति तय करते हुए फैसलों की घोषणा की जाएगी.
क्या दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान अब वहां से हट जाएंगे, इस सवाल पर डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि अभी किसान बॉर्डर पर जिस स्थिति में हैं, वैसे ही रहेंगे यानि वह वहां डटे रहेंगे. किसान अभी बॉर्डरों से नहीं हटेंगे