दिवाली के बाद से बिगड़ी दिल्‍ली और आसपास के इलाकों की हवा की गुणवत्ता में गुरुवार को बारिश के बाद चली हवाओं की वजह से मामूली सुधार हो रहा है, लेकिन यह अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. इस वजह से सांस लेना मुश्किल है. शनिवार की सुबह दिल्‍ली के नरेला में AQI 431 दर्ज किया गया, जो कि दिल्‍ली एनसीआर में सबसे अधिक है. जबकि दिल्‍ली के साथ गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में भी जहरीली हवा का असर कम हुआ है, लेकिन हालात चिंताजनक बने हुए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्‍ली-एनसीआर के लोगों को इस वीकेंड पर भी जहरीली में हवा में सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, क्‍योंकि शनिवार और रविवार को हवाएं धीमी रहेंगी जिसकी वजह से प्रदूषण में इजाफा हो सकता है.

दरअसल शनिवार की सुबह दिल्‍ली के अधिकांश इलाकों में एक्‍यूआई 300 से नीचे बना हुआ है, जो कि शुक्रवार के मुकाबले कम है. हालांकि ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में एक्‍यूआई आज 553 है. जबकि पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण की जबरदस्‍त मार झेल रहे फरीदाबाद में एक्‍यूआई 300 से नीचे है.

वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब स्थिति में बनी हुई है. अगले दो दिनों तक हवाएं कमजोर रहेंगी. इस वजह से प्रदूषण स्तर बढ़ेगा. जबकि 5 दिसंबर से हवाओं में तेजी आना शुरू होगी लेकिन प्रदूषण का स्तर बेहद खराब ही रहेगा. वहीं, आईआईटीएम पुणे के अनुसार, 3 दिसंबर को प्रदूषण में सुधार हुआ और यह गंभीर से बेहद खराब स्थिति में पहुंच गया. वहीं, 4 और 5 दिसंबर को भी प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब बनी रहेगी. इसके अलावा रविवार को हवाएं कुछ तेज होंगी और 6 दिसंबर को बारिश की संभावना है. इससे प्रदूषण कम होने की संभावना है. हालांकि यह खराब श्रेणी में ही रहेगा.

बता दें कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से दिल्‍ली के स्‍कूल-कॉलेज एक बार फिर बंद कर दिए गए हैं, तो दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद और झज्जर में भी पर्यावरण विभाग ने अगले आदेश तक सारे स्कूल बंद करने का ऐलान कर दिया है. वहीं, प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही है. इस दौरान कोर्ट से केंद्र के साथ दिल्‍ली सरकार को जमकर फटकार लगी है.