पूर्वी यूरोप में यूक्रेन इन दिनों जंग की आग में जल रहा है. रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर तीनों तरफ से अटैक कर दिया. राजधानी कीव सुबह 7 बड़े धमाकों से दहल गई. लोग रातभर से घरों, सबवे, अंडरग्राउंड शेल्टर में छिपे हुए हैं. खाने-पीने से लेकर रोजाना की जरूरत की चीजों की कमी हो रही है.
इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूसी सेना राजधानी कीव में दाखिल हो गई है. उन्होंने आशंका जताई है कि अगले 96 घंटे यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि रूसी सेनाएं रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही हैं. उन्होंने रूसी नागरिकों से अपील की है कि वे इस जंग के खिलाफ प्रदर्शन करें.
यूक्रेन की पूरी सेना युद्ध में उतरी
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि वे कीव में हैं और वहां रूसी सेना दाखिल हो गई है. उनके दो टारगेट हैं, पहला- कीव और दूसरा मेरा परिवार. इस बीच सरकार ने पूरी सेना को युद्ध में उतारने का ऐलान किया. इसके लिए यूक्रेन सरकार ने 18 से 60 साल के यूक्रेनी पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है. कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि यूक्रेन ने अपने 10 हजार नागरिकों को मुकाबले के लिए राइफलें दी हैं.
सरेंडर से मना करने पर यूक्रेन के 13 जवानों को मार गिराया
रूसी युद्धपोत पर मौजूद जवानों ने सरेंडर से मना करने पर यूक्रेन के 13 जवानों को मार गिराया. दरअसल एक यूक्रेन का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें रूसी युद्धपोत की तरफ से कहा जा रहा है कि ‘मेरा सुझाव है कि आप अपने हथियार डाल दें और आत्मसमर्पण कर दें, वरना आप पर हमला होगा. इसके बाद यूक्रेनी पोस्ट की तरफ से कहा जाता है कि रूसी युद्धपोत जाओ, भाड़ में जाओ. इसके बाद द्वीप पर मौजूद सभी 13 जवानों को मार दिया जाता है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.
रूस में भी शुरू हुआ पुतिन के खिलाफ विरोध
यूक्रेन पर हमला के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनिया के साथ घरेलू नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है. यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस के दर्जनों शहर में प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद 1700 लोगों को हिरासत में लिया गया है. वर्ल्ड बैंक यूक्रेन को आर्थिक मदद देने को तैयार हो गया है.