रूस और यूक्रेन के बीच जंग को दो हफ्ते हो गए हैं. रूस की ओर से लगातार हमला किया जा रहा है, तो यूक्रेन भी पीछे नहीं दिख रहा है. इस बीच अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रूस की ओर से यूक्रेन पर केमिकल अटैक किया जा सकता है. व्हाइट हाउस की ओर से एक बयान जारी करके कहा गया है कि रूस यूक्रेन पर बायोलॉजिकल या फिर केमिकल हथियार से हमले की तैयारी कर रहा है, हमे इसपर नजर रखनी चाहिए.
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने दावा किया है कि हमारे पास इसको लेकर चिंतित होने की अहम वजह है. हमे रूस पर नजर रखनी चाहिए. संभव है कि वह गलत वजह को आधार बनाकर केमिकल हमला कर सकते हैं, ऐसा वह पहले से करते आए हैं.
जेन साकी ने ट्वीट किया, ‘हमें यूक्रेन में कथित अमेरिकी जैविक हथियार लैब और रासायनिक हथियारों के विकास के बारे में रूस के झूठे दावों पर ध्यान देना चाहिए. हमने चीन के अधिकारियों को भी देखा है कि वह इस तरह के दावों का समर्थन कर रहे हैं, जो एक सुनियोजित साजिश है. हमने पिछले कुछ साल में रूस की ओर से इस तरह की अफवाह पहले भी यूक्रेन व अन्य देशों को लेकर देखी है, जोकि पहले भी गलत साबित हुई हैं.’ साकी ने कहा कि अमेरिका केमिकल वेपन कंवेशन एंड बॉयोलॉजिकल वेपंस कंवेशन के नियमों का पूरी तरह से पालन करता है. इस तरह के हथियार ना तो तैयार करता है और नहीं अपने पास कहीं भी रखता है.
यूनाइटेड किंगडम ने भी किया था दावा
हाल ही में यूनाइटेड किंगडम ने भी बड़ा दावा किया था. यहां के रक्षा मंत्री ने एक ट्वीट करके कहा था कि रूस ने यूक्रेन में थर्मोबारिक रॉकेट का इस्तेमाल किया है. इन रॉकेट को वैक्यूम बम भी कहते हैं, क्योंकि इससे इलाके में हवा से ऑक्सीजन कम हो जाता है, जिससे उच्च तापमान का विस्फोट होता है. यह सामान्य बम से कहीं ज्यादा तबाही मचाता है, इससे लोगों में गंभीर समस्या हो सकती है.
रूस दुश्मनों के खिलाफ करता है केमिकल हथियार का इस्तेमाल
रूस केमिकल हथियारों का इस्तेमाल करता है और यह एक तथ्य है, रूस ने पुतिन के राजनीतिक दुश्मनों के खिलाफ जैसे एलेक्सी नवालिनी पर इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया है. रूस ने सीरिया में असद का समर्थन किया था, जिसने कई बार केमिकल हथियारों का इस्तेमाल किया था. यह रूस ही है जिसने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करते हुए बायोलॉजिकल हथियारों के कार्यक्रम को जारी रखा. रूस का यह ट्रैक रिकॉर्ड रहा है वह पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया है कि वह इस नियम का उल्लंघन कर रहे हैं जबकि वह खुद ऐसा कर रहा होता है.
रूस ने अमेरिका पर ही लगाए थे आरोप
दिसंबर में रूस ने अमेरिका पर गलत आरोप लगाया था कि अमेरिका यूक्रेन में केमिकल हथियारों के लिए कॉन्ट्रैक्टर नियुक्त कर रहा है. यह रूस की एक सोची-समझी चाल है, यूक्रेन पर बिना किसी उकसावे का हमला किया गया, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता है. चूंकि अब जबकि रूस ने इस तरह के झूठे दावे किए हैं और चीन ने भी इस फर्जी दावे का समर्थन किया है, हमे रूस पर नजर रखनी चाहिए.