देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों की हवा की गुणवत्ता में पिछले कुछ दिनों से सुधार देखने को मिल रहा है, फिर भी यह ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. वहीं, आज यानी शनिवार की सुबह दिल्ली के नरेला में AQI 307, तो फरीदाबाद के सेक्टर 11 एक्यआई 395 और सेक्टर 16A में यह 328 दर्ज किया गया है. बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के सिर्फ यही तीन इलाके रेड जोन में हैं. इसके बाद यूपी के गाजियाबाद का लोनी एक्यूआई 288 के साथ दूसरे नंबर पर रहा. हालांकि राहत की बात है कि ग्रेटर नोएडा, नोएडा और गाजियाबाद के सभी इलाके लगातार दूसरे दिन रेड जोन से बाहर नजर आए हैं.
बहरहाल, राजधानी के नरेला (AQI 307) को छोड़कर सभी इलाकों की हवा में सुधार हो रहा है. दिल्ली में आज श्री अरबिंदो मार्ग में एक्यूआई 181 दर्ज किया गया, जो सबसे कम था. वहीं, यूपी के गाजियाबाद के लोनी में AQI 294 और संजय नगर में 212 दर्ज किया गया. जबकि नोएडा के सेक्टर 116 में 156 तो सेक्टर 125 में 182 है. वहीं, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क 3 में यह 178 बना हुआ है.
फरीदाबाद में फिर बढ़ा प्रदूषण
वहीं, इस बार प्रदूषण की जबरदस्त मार झेलने वाले हरियाणा के फरीदाबाद को पिछले कुछ दिन में राहत मिली थी, लेकिन यह फिर रेड जोन में पहुंच गया है. रविवार सुबह सेक्टर 11 एक्यआई 395, तो सेक्टर 16A में यह 328 दर्ज किया गया है. हालांकि इस बार फरीदाबाद में AQI 999 दर्ज किया गया था.
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक, दिल्ली का आज ओवरऑल वायु गुणवत्ता सूचकांक 256 दर्ज किया गया, जो कि खराब श्रेणी में है. वहीं, शनिवार को यह 310 था, जो कि प्रदूषण के लिहाज से बहुत खराब श्रेणी मानी जाती है. वैसे सफर का पूर्वानुमान है कि आगामी दिनों में भी मौसमी दशाओं का साथ न देने की वजह से अगले तीन दिन हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी रहेगी. वहीं, रात में लुढ़कने वाला पारा प्रदूषकों को जमा होने में मदद कर रहा है.
यह है प्रदूषण का पैमाना
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 तक के एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है.